बेवफा मेरी ये ज़ुबान तुझसे इज़हार कर बैठा।। Bevafa Meri Ye Juban Izahar Kar Baitha.
प्यारे कन्हैया, प्यारे कान्हा जी !
मैं तुम्हें इतने प्यार से बुलाता हूँ, कभी भूलकर ही सही “आ भी जाओ प्यारे” ।।
मेरे प्यारे कन्हैया! मेरे प्रियतम कान्हा जी!
कसूर तो था ही मेरी इन निगाहों का ।
जो चुपके से प्रियतम तेरा दीदार कर बैठा ।।
हमने तो खामोश रहने की ठानी ली थी ।
पर ये बेवफा मेरी ज़ुबान इज़हार कर बैठा ।।
तू हमसफ़र, तू हम डगर, तू हमराज, नजर आता है।
मेरी अधूरी सी जिंदगी का.. ख्वाब नजर तूं आता है।।
कैसी उदास है जिंदगी प्रियतम तेरे बिन हर लम्हा।
मेरे हर लम्हे में सिर्फ तेरा ही अहसास नजर आता है।।
प्यारे ! रह रह के मुझे इतना क्यूँ रुलाते हो ।
याद कर तो सकते नहीं तो याद क्यूँ आते हो ।।
याद कर तो सकते नहीं तो याद क्यूँ आते हो ।।
कभी तो आ भी जाओ प्रियतम ! क्योंकि प्यारे ! आपके बिना हमारा कोई आस्तित्व ही नहीं बचता ।।
।। नारायण सभी का कल्याण करें ।।
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जयतु संस्कृतम् जयतु भारतम् ।।
।। नमों नारायण ।।