Tag: मुक्ति अर्थात आत्मकल्याण की अवस्था
मुक्ति अर्थात आत्मकल्याण की अवस्था।।
मुक्ति अर्थात आत्मकल्याण की अवस्था।। Mukti Ka Samay.
कौमार आचरेत्प्राज्ञो धर्मान् भागवतानिह।
दुर्लभं मानुषं जन्म तदप्यध्रुवमर्थदम्।।
मित्रों, इस संसार मेँ मानव जन्म अति दुर्लभ है। इसके सहारे...